साल 2023 में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था धीमी होने की संभावना, जानिए वजह

इंडिया न्यूज़: (Latest World Economic Outlook Growth Projections)अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने साल 2023 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था में हल्की मंदी की संभावना जताई है। हालांकि, भारत में रह रहे लोगों के लिए खुशी की खबर है क्योंकि बाकि देशों के मुकाबले यहां की अर्थव्यवस्था सबसे बेहतर स्थिति में बनी रहेगी। वो कैसे, तो चलिए जानते हैं।

दुनिया के अन्य देशों के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को भी साल 2023 में मंदी का सामना करना पड़ेगा। हालांकि, फिर भी अन्य देशों के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था सबसे बेहतर स्थिति में रहेगी। आईएमएफ की ताजा सूची देखी जाए तो इसमें भारत अन्य देशों की तुलना में अभी भी सबसे आगे हैं। दरअसल, आईएमएफ (International Monetary Fund) ने मंगलवार को बताया कि वित्त वर्ष 2023 के दौरान विकास दर 6.8 प्रतिशत से घटकर 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

भारत में कैसी रहेगी अर्थव्यवस्था?

आईएमएफ से बताया गया कि अक्टूबर 2022 से 31 मार्च 2023 तक के लिए हमने भारत के विकास दर का अनुमान 6.8 प्रतिशत लगाया था लेकिन इसके बाद 2023 के चल रहे वित्त वर्ष में यह घटकर 6.1 फीसदी होने की उम्मीद है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्र कोष के अनुसंधान के मुख्य अर्थशास्त्री और निदेशक पियरे-ओलिवियर गौरिनचास ने इसकी जानकारी दी है।

एशिया पर IMF की रिपोर्ट जारी

वहीं एशिया को लेकर भी आईएमएफ की ओर से रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, उभरते और विकासशील एशिया में वृद्धि दर 2023 और 2024 में क्रमशः 5.3 प्रतिशत और 5.2 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, 2022 में चीन का विकास दर घटकर 4.3 प्रतिशत हो गई थी। जिसके बाद चीन भी मंदी का शिकार हो सकता है।

वैश्विक प्रगति की दर भी गिरने की आशंका

इसके अलावा आईएमएफ की ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक’ के मुताबिक वैश्विक विकास दर 2022 में अनुमानित 3.4 प्रतिशत से गिरकर 2023 में 2.9 प्रतिशत होने का अनुमान है, फिर 2024 में बढ़कर 3.1 प्रतिशत हो जाएगा। अमेरिका का विकास दर जहां 2023 में 1.4 फीसदी रहने की उम्मीद है तो वहीं ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था माइनस 0.6 रहने की उम्मीद है।

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