इंडिया न्यूज (Lung Cancer Symptoms)
लंग कैंसर या फेफड़ों में कैंसर की समस्या आज के समय में तेजी से बढ़ रही है। बच्चों में भी लंग कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ा है। बच्चों में लिम्फोमा और ल्यूकोमिया का खतरा अब ज्यादा है। फेफड़ों में कैंसर की समस्या तब शुरू होती है, जब शरीर में कैंसर कोशिकाएं तेजी से बढ़ने लगती हैं। तो चलिए जानते हैं बच्चों में लंग कैंसर के क्या हैं लक्षण।
बच्चों में गले और चेहरे पर सूजन आना भी लंग कैंसर का शुरूआती संकेत हो सकता है। अचानक गले और चेहरे में बदलाव और सूजन दिखने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। लंग कैंसर के बढ़ने पर यह लक्षण और गंभीर होने लगते हैं। सही समय पर जांच कराने से बीमारी को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।
2 से 3 हफ्तों तक लगातार खांसी आना भी लंग कैंसर का लक्षण होता है। बच्चों में लंबे समय तक खांसी रहने पर आपको डॉक्टर की सलाह लेकर जांच जरूर करानी चाहिए। अगर लंबे समय तक खांसी होती है और साथ में सीने में दर्द और बलगम में खून आता है तो स्थिति गंभीर है।
लंग कैंसर होने पर सांस लेने में परेशानी होनी शुरू हो जाती है। इसके अलावा थोड़ी चलने या दौड़ने पर मरीज को समस्याएं होने लगती हैं। सांस लेते वक्त कठिनाई महसूस होना, सांस लेते वक्त गले में सीटी जैसा बजना, सीने में दर्द, सांस लेते समय घबराहट होना आदि लंग कैसर के लक्षण होते हैं।
बच्चों में फेफड़ों का कैंसर होने पर भूख न लगने की समस्या होती है। अगर बच्चे को ज्यादा समय तक भूख नहीं लगती है या उसका कुछ खाने का मन नहीं होता है, तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
थकान और कमजोरी भी बच्चों में फेफड़ों के कैंसर का लक्षण हो सकता है। थकान और कमजोरी महसूस होना भी कोई आम दिक्कत नहीं है। बल्कि यह लंग कैंसर का एक भयावह लक्षण है। थोड़ा सा चलने पर सांस का फूलना और जल्दी थक जाना लंग कैंसर होने का खतरा है।
ये भी पढ़ें: इन फलों की मदद से माइग्रेन करें ठीक, जानिए कैसे?