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KGF Chapter 2 Movie Review: रॉकी भाई की लड़ाई और दिमाग से KGF जीतने की गाथा , जाने दमदार स्क्रीनप्ले

Sachin • LAST UPDATED : April 20, 2022, 3:41 pm IST

इंडिया न्यूज़, मुंबई:

KGF Chapter 2 Movie Review: रॉकी भाई (यश) को यकीन है कि केजीएफ उसका मैदान है। उसने सोने का खनन करके एक साम्राज्य बनाया है, और मनी लॉन्ड्रिंग के माध्यम से खुद को लाखों गुना समृद्ध किया है। जब वह अपना मुंह खोलता है, तो वह युद्ध की भाषा बोलता है। यहां तक ​​​​कि अपने सहयोगियों के साथ एक बोर्डरूम बैठक भी रक्तरंजित प्रतिद्वंद्वियों के एक तेज मिलन जैसा लगता है।

यश – रॉकी

संजय दत्त – अधीरा

रवीना टंडन – रमिका सेन 

अब तक, आप अच्छी तरह से जानते हैं कि ‘केजीएफ: चैप्टर 1’ क्या था। तो, आप पहले से ही रॉकी नामक किरदार के फैन हो चुके हैं। आप सुपर-विलेन अधीरा (Sanjay Dutt) के आसपास के रहस्य भी देखते हैं, जो हमेशा सुपर-विलेन की तरह व्यवहार नहीं करता है। वही रमिका सेन (रवीना टंडन) जो अपने तेज़ से दर्शको को खींचे रखती है।

भारत की प्रधान मंत्री रमिका सेन के रूप में रवीना टंडन(Ravina Tandon) ने राष्ट्रीय हित को ध्यान में रखा है। जब वह रॉकी के साथ हॉर्न बजाती है, जो मानता है कि वह भारत का सीईओ है (यार, दोनों के बीच का दृश्य एक डायनामाइट है), तबाही की उम्मीद की जा सकती है। निर्देशक नील की प्रतिभा इस ट्रैक को मिसाइल की तरह काम करने में है।

Movie Review

KGF Chapter 2 Movie Review

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एक्टिंग धमाल मचा रहे हैं। यश के डायलॉग हर बार दिल जीत लेते है, उनका करैक्टर ऐसा है जैसे की फिल्म में सबसे दमदार और तेजस्वी चरित्र वही है। यही हमें अत्यधिक हिंसा और हत्याओं के दर्शन करता है। Anbariv की एक्शन कोरियोग्राफी दिमाग को झकझोर देने वाली है। सही वीएफएक्स(VFX) न होने के बावजूद, भुवन गौड़ा की सिनेमैटोग्राफी फिल्म पर जोर देती है। पीरियड ड्रामा (1970 के दशक के अंत से 1980 के दशक की शुरुआत तक) को रवि बसरूर के बैकग्राउंड म्यूजिक से फिल्म में मानो नयी आत्मा आती है जो हमें थ्रेटर में बैठे और आगे की कहानी को उत्सुकता से जानने को मजबूर करती है। रवि बसरूर(Music Director) रॉकी भाई के लिए और उनके फैंस के अलावा किसी और के लिए बीजीएम का नाटक नहीं करता है। (KGF Chapter 2 Movie Review)

‘केजीएफ 2’ में कई ऐसी जगह है जहा एक्टर और करैक्टर हमरे अनुसार नहीं चलते। अधीरा ने यश की हत्या के लिए एक सुनहरे अवसर का कोई फायदा नहीं उठाया है, यह एक पुराना विचार है कि यह फिल्म कुछ कोमल प्रभाव डालती है। रमिका सेन जैसे राजनीतिक चाणक्य को इस बात की जानकारी नहीं होना कि रॉकी ने बिजली नेटवर्क में कितनी घुसपैठ की है, एक और ढीला अंत है। रीना (श्रीनिधि शेट्टी रॉकी की प्रेमिका) का अपहरण कर लिया जाता है, लेकिन रॉकी सबसे बड़े संकट का सामना करने पर भी एक-व्यक्ति की लड़ाई में लग जाता है।

KGF Chapter 2 Movie Review

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मसीहा सिंड्रोम एक और आजमाया हुआ और परखा हुआ विचार है। रॉकी की माँ का किरदार लगभग सभी को मोटीवेट करता है। मेरी मानो तो रॉकी की माँ ने उसे जो सिखाया अगर किसी और को भी सिखाती तो वो असली दुनिया का रॉकी बन ही जाता। वही यश के डायलॉग जो ट्रेलर में भी काफी अच्छे दिख रहे। मूवी में रॉकी के किरदार को दर्शाते है।

और में आपको बता देता हूँ ये फिल्म का स्पोइलर नहीं है। ये सिर्फ किरदारों का स्क्रीनप्ले कितना दमदार था वो है। फिल्म देखने के लिए आपको अभी भी थ्रेटर ही जाना पड़ेगा। 

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