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Job Report : दिसंबर 2022 में गैर-तकनीकी नौकरियों की बढ़ी मांग 

Gaurav Kumar • LAST UPDATED : January 29, 2023, 5:39 pm IST

जॉब रिपोर्ट (Monthly job insights from global job site Indeed show an increase in demand for talent in non-technical sectors) : बेंगलुरु नौकरी पोस्टिंग में शहरों की सूची में सबसे ऊपर है, जो कुल हिस्सेदारी का 16.5 प्रतिशत है। इसके बाद मुंबई 8.23 ​​प्रतिशत, पुणे में 6.33 प्रतिशत और चेन्नई में 6.1 प्रतिशत है।

हेल्थकेयर में सबसे ज्यादा भर्ती

पिछले साल आईटी और टेक कंपनीयों में बड़े पैमाने पर हुई छटनी के कारण अब टेक कंपनी में जॉब करने वालों की संख्या घट रही है और नॉन टेक में काम करने वालों की संख्या बढ़ रही है। ग्लोबल जॉब साइट ‘इंडिड’ की मासिक जॉब इनसाइट्स की रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2022 में भारत में स्वास्थ्य सेवा, खाद्य सेवाओं, निर्माण और शिक्षा सहित गैर-तकनीकी क्षेत्रों में प्रतिभाओं की मांग में वृद्धि हुई है।

मंथली जॉब इनसाइट्स रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2022 में डेंटल और नर्सिंग जैसे हेल्थकेयर से जुड़े क्षेत्रों में इसके प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा जॉब पोस्टिंग 30.8 फीसदी थी। इसके बाद खाद्य सेवाएं (8.8 प्रतिशत), निर्माण (8.3 प्रतिशत), आर्किटेक्चर (7.2 प्रतिशत), शिक्षा (7.1 प्रतिशत), थेरेपी 6.3 प्रतिशत और मार्केटिंग (6.1) का स्थान रहा। कोरोना के वक्त सबसे ज्यादा छटनी करने वाले मार्केटिंग कंपनीयों में जॉब डिमांड बढ़ी है। यह रिपोर्ट दिसंबर 2021 से दिसंबर 2022 तक इनडीड प्लेटफॉर्म पर जॉब पोस्टिंग डेटा पर आधारित है।

नौकरी के मामले में बेंगलुरु टॉप

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि बेंगलुरु नौकरी पोस्टिंग में शहरों की सूची में सबसे ऊपर है, जो कुल हिस्सेदारी का 16.5 प्रतिशत है। इसके बाद मुंबई 8.23 ​​प्रतिशत, पुणे में 6.33 प्रतिशत और चेन्नई में 6.1 प्रतिशत है। अहमदाबाद, कोयम्बटूर, कोच्चि, जयपुर और मोहाली जैसे टीयर II शहर लगभग 6.9 प्रतिशत योगदान करते हैं, जो छोटे शहरों में प्रतिभा की बढ़ती मांग को दर्शाता है।

इनडीड इंडिया के हेड ऑफ सेल्स शशि कुमार ने कहा “वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद, हम कई नौकरी श्रेणियों में वृद्धि देख रहे हैं, यह दर्शाता है कि भारत में भर्ती सकारात्मक है। जनवरी तक कुल नौकरी की पोस्टिंग भी फरवरी 2020 की पूर्व-महामारी आधार रेखा से 203 प्रतिशत अधिक है। यदि केंद्रीय बजट रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित करता है, यह निश्चित रूप से भारतीय नौकरी क्षेत्र को बढ़ावा देगा। 2023 की पहली दो तिमाहियों से यह तय होगा कि भारत में नौकरियों का परिदृश्य कैसे आकार लेगा,”

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