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'हनीप्रीत' अब हुई 'रूहानी' पर बाबा की रिहाई पर सवाल जारी, जानें पूरी कहानी

Roshan Kumar • LAST UPDATED : October 26, 2022, 11:12 pm IST

इंडिया न्यूज़ (नई दिल्ली, Ram rahim rename hanipreet as ruhani): डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम, जो बलात्कार और हत्या के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल की सजा काट रहा है, उसने बुधवार को कहा कि रहीम की दत्तक बेटी हनीप्रीत का नाम अब “रुहानी दीदी” रखा गया है।

डेरा प्रमुख ने ट्वीट किया “हमारी बेटी को हनीप्रीत कहा जाता है। चूंकि हर कोई उसे ‘दीदी’ कहता है, इसलिए यह भ्रम पैदा करता है क्योंकि हर कोई ‘दीदी’ है। इसलिए हमने अब उसका नाम ‘रूहानी दीदी’ रखा है और इसका उच्चारण आसान करने के लिए ‘रुह दी’ किया है।

रिहाई पर उठे सवाल

इससे पहले रविवार को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की गतिविधियों को असामाजिक करार दिया था और केंद्र व राज्य सरकार से इन्हें तत्काल रोकने की मांग की थी। धामी की मांग पंजाब के सुनाम में हाल ही में “डेरा खोलने” की घोषणा की प्रतिक्रिया के रूप में आई है।

धामी ने कहा था, ”राम रहीम का किरदार असामाजिक है और उन पर लगे आरोप जघन्य हैं.” एसजीपीसी अध्यक्ष ने राम रहीम को ‘विवादास्पद व्यक्ति’ बताया था और आरोप लगाया था कि पंजाब में डेरा खोलने की घोषणा से सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंची है.

एसजीपीसी अध्यक्ष धामी ने कहा कि “इस विवादास्पद व्यक्ति द्वारा पंजाब में डेरा खोलने की घोषणा से सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है और इससे पंजाब का शांतिपूर्ण माहौल खराब हो सकता है। संकल्प लें कि पंजाब में डेरा सिरसा की कोई शाखा स्थापित न हो।”

उन्होंने आगे कहा था कि “राम रहीम को बार-बार पैरोल देकर सिख मानसिकता को आहत किया जा रहा है, जो अपने बुरे चरित्र और अपराधों के कारण जेल में बंद था और सुनाम में अपना डेरा खोलने की घोषणा करना एक “साजिश” है। सिख समुदाय उनके इस कृत्य को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। सरकार को जघन्य कृत्यों के दोषियों को लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ नहीं करने देना चाहिए।”

स्वाति मालीवाल ने भी उठाए सवाल 

दिल्ली महिल आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी राम रहीम की रिहाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि “वह एक रेपिस्ट और हत्यारा है। पर हरियाणा सरकार जब वह चाहता है तब उसे पैरोल पर छोड़ देती है। वह सत्संग कर रहा है और बीजेपी नेता इसमें शामिल होते है। मैं हरियाणा सरकार से अपील करती हूँ अपना फैसला वापस ले।”

 

बेअदबी के मामलों में मुख्य आरोपी राम रहीम बलात्कार और हत्या के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद जेल की सजा काट रहा है और शनिवार को 40 दिन के पैरोल पर सुनारिया जेल से रिहा हुआ था।

बीजेपी नेता सत्संग में हुए थे शामिल 

जेल से छूटने के बाद बागपत में राम रहीम ने एक आभासी ‘सत्संग’ का आयोजन किया था, जिसमें करनाल के मेयर और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं सहित कई राजनीतिक नेताओं ने भाग लिया, जिससे एक नया विवाद खड़ा हो गया।

डेरा प्रमुख के परिवार ने उसके लिए एक महीने की पैरोल की मांग करते हुए जेल अधिकारियों को एक आवेदन दिया था। हालांकि, विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी से सत्संग में अपने नेताओं की भागीदारी पर सफाई की मांग की थी और करनाल की महापौर रेणु बाला गुप्ता, उप महापौर नवीन कुमार और वरिष्ठ उप महापौर राजेश अग्गी ने इस आयोजन में अपनी भागीदारी का लगातार बचाव करने की कोशिश की थी।

वरिष्ठ उप महापौर ने कहा था, “मुझे ‘साध संगत’ द्वारा सत्संग में आमंत्रित किया गया था। यूपी से ऑनलाइन सत्संग किया गया था। मेरे वार्ड में कई लोग बाबा से जुड़े हुए हैं। हम एक सामाजिक संबंध के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए और इसमें कुछ भी नहीं है। भारतीय जनता पार्टी और आगामी उपचुनाव से क्या लेना-देना है।”

पहले भी बदला हनीप्रीत का नाम

असल में, हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है। साल 1999 में राम रहीम ने उसका नाम बदल कर हनीप्रीत कर दिया था। अब फिर से उसका नाम बदल कर बाबा ने अपनी परम्परा को दोहराया है। जानकार मानते है की जल्द ही बाबा अपने डेरे की कमान हनीप्रीत उर्फ़ रूहानी को देने वाला है। इसी को देखते हुई और अपने भक्तों को सन्देश देने के लिए यह नाम बदला गया है।

हरियाणा की फतेहबाद की रहने वाली हनीप्रीत ने पहले डीएवी स्कूल फतेहाबाद से दसवीं तक की पढ़ाई की थी। उसका परिवार फतेहाबाद के जगजीवनपुरा का रहने वाला है। 11वी की पढ़ाई उसने डेरे की स्कूल से की थी। वह पढाई में अच्छी तो नही थी लेकिन नाचने-गाने और अभिनय में उसको शौक़ था।

साल 1998 में डेरामुखी की पहल पर प्रियंका उर्फ़ हनीप्रीत का विवाह पंचकूला निवासी हेमंत गुप्ता के साथ डेरे में हुआ। कुछ साल तक साथ रहने के बाद दोनों में विवाद हो गया और अलग रहने लगे। साल 2007 में उनका तलाक हो गया।

पिछले सालों में आई राम रहीम की फिल्मों में हनीप्रीत का खास योगदान रहा है। फिल्मों में वह राम रहीम के साथ सह-निर्देशक एवं सह निर्माता तो बनी ही बतौर अभिनेत्री भी काम किया।

विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि राम रहीम को 3 नवंबर को होने वाले आदमपुर में आगामी उपचुनावों के कारण पैरोल दी गई थी। इसके अलावा, राज्य में जल्द ही पंचायत चुनाव भी होने हैं।

राम रहीम को अगस्त 2017 में पंचकूला में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने दो महिला अनुयायियों के साथ बलात्कार के आरोप में दोषी ठहराया था।वहीं, 8 अक्टूबर 2021 को कोर्ट ने पूर्व डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या के मामले में राम रहीम और चार अन्य को दोषी ठहराया था। रणजीत सिंह की 2002 में डेरा सच्चा सौदा के परिसर में हत्या कर दी गई थी।

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