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आज 50 साल के हुए सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और जय शाह के साथ मनाया अपना जन्मदिन

Naveen Sharma • LAST UPDATED : July 8, 2022, 11:17 am IST

इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली: भारत के महान पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) आज 50 साल के हो गए। 50वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर उनके पास उनके बेहद खास दोस्त सचिन तेंदुलकर थे। तेंदुलकर हर गर्मी की तरह इस समय लंदन में हैं।

उन्होंने बीसीसीआई सचिव जय शाह, राजीव शुक्ला के साथ दादा का जन्मदिन मनाया। सौरव गांगुली के जन्मदिन की पार्टी में सचिन की पत्नी अंजलि और सौरव के परिवार ने भी शिरकत की।

Sourav Ganguly BirthdaySourav Ganguly Birthday

राजीव शुक्ला ने शेयर की Sourav Ganguly के बर्थडे की तस्वीरें

आईपीएल के पूर्व अध्यक्ष और अनुभवी क्रिकेट प्रशासक राजीव शुक्ला ने गुरुवार को ट्विटर पर गांगुली, बीसीसीआई सचिव जय शाह और भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर के साथ अपनी एक तस्वीर साझा की। इसके कैप्शन में शुक्ला ने लिखा, “सौरव गांगुली का 50वां जन्मदिन मनाया।

उनके उज्जवल भविष्य और स्वस्थ जीवन की कामना करता हूं।” सचिन के साथ सौरव की कुछ बेहद शानदार यादें जुडी हुई हैं। गांगुली इस समय इंग्लैंड में हैं क्योंकि भारतीय टीम इंग्लैंड का दौरा कर रही है। भारत इंग्लैंड के खिलाफ पुनर्निर्धारित 5 वां टेस्ट हार गया और

अब वह एकदिवसीय और टी-20 में मेजबान टीम से खेलेगा। गांगुली और तेंदुलकर दोनों की इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने की काफी अच्छी यादें हैं। दोनों ने इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट और वनडे दोनों में काफी रन बनाए और

मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ की कप्तानी में 2007 में इंग्लैंड में भारत की आखिरी टेस्ट सीरीज जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। ये दोनों उस टीम का भी हिस्सा थे जिसने 2002 में इंग्लैंड में नेटवेस्ट ट्रॉफी जीती थी।

कप्तान के रूप में गांगुली का सफल युग

गांगुली ने 2003 विश्व कप के फाइनल में भारत का मार्गदर्शन किया, जहां सचिन ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ थे। गांगुली और तेंदुलकर ने मिलकर एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक साझेदारी रन बनाने का विश्व रिकॉर्ड साझा किया। इस जोड़ी ने 176 पारियों में 47.55 की औसत से 8227 रन बनाए।

इस बीच इन दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर 26 बार सौ रन से ज्यादा की साझेदारियां बनाई। 2001 में, गांगुली ने स्टीव वॉ के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला में भारत को 2-1 से शानदार जीत दिलाई, जो उस समय लगभग अजेय थे।

इसके बाद, उन्होंने 2003 विश्व कप के फाइनल में भारत की कप्तानी की, जहां भारतीय टीम जोहान्सबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में ऑस्ट्रेलियाई टीम से हार गई थी।

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