भारतीय रेलवे ने बैंगलोर-मैसूर टीपू एक्सप्रेस (Bangalore-Mysore Tipu Express) का नाम बदलकर वोडयार एक्सप्रेस (Wodyar Express) कर दिया है. बता दें ट्रेन का नाम बदलने को लेकर बीजेपी (BJP) सांसद प्रताप सिम्हा (Pratap Simha) ने रेल मंत्रालय (Railway Ministry) को एक चिट्ठी लिखी थी. रेल मंत्रालय ने इस ट्रेन का नाम बदलने को लेकर एक लेटर भी जारी कर दिया है. लेकिन खास बात ये है कि अब इस मामले पर राजनीति शुरू हो गयी है. एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा है कि टीपू की विरासत को बीजेपी कभी नहीं मिटा पाएगी.
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्रेन का नाम बदलने को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि बीजेपी सरकार ने टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडयार एक्सप्रेस कर दिया है. टीपू ने बीजेपी को इसलिए परेशान किया है क्योंकि टीपू ने ब्रिटिश सामराज्य के खिलाफ 3 युद्ध छेड़े थे. किसी दूसरी ट्रेन का नाम भी तो वोडयार एक्सप्रेस के नाम पर रखा जा सकता था. टीपू की विरासत को बीजेपी कभी नहीं मिटा पाएगी.
कर्नाटक कांग्रेस संचार-विंग के चेयरमेन मंसूर खान ने इस फैसले को सांप्रदायिक राजनीति का नाम दिया है. उन्होंने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि टीपू एक्सप्रेस का नाम बदलकर वोडयार एक्सप्रेस क्यों किया गया. ये ट्रेन 42 साल से इस रूट पर चल रही है और किसी को इसके नाम को लेकर कोई आपत्ति नहीं थी. इस नाम का क्या उपयोग है? क्या ये किसी भी तरह से जनता की मदद करता है. ये एक सांप्रादियक राजनीति है.
इतना ही नहीं कर्नाटक (Karnataka) के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रेलवे के इस फैसले का विरोध किया और कहा कि बीजेपी (BJP) देश की राजनीति में जहर घोलने का काम कर रही है. उनका कहना है कि बीजेपी का काम जहर घोलना है, वो किसी और ट्रेन का नाम बदलकर वोडयार (Wodyar) के नाम पर रख सकते थे.