Peasant Movement: 32 किसान संगठनों द्वारा राष्ट्रपति को भेजे गए रोष पत्र
2 मिनट का मौन रखकर लखीमपुर खीरी में जान गवाने वालों को श्रद्धांजलि
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़ / लुधियाना:
Peasant Movement: संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर पंजाब के 32 किसान संगठनों ने यूपी के लखीमपुर खीरी में घटी घटना के विरोध में पंजाब के सभी 23 जिलों के जिलाधीश कार्यालय के सामने केंद्र और यूपी की भाजपा सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति को रोष पत्र भेजे गए। सभी धरनों में 2 मिनट मौन रखकर शहीद किसानों को श्रद्धांजलि भेंट की। सैकड़ों गांवों में भी योगी, खट्टर और मोदी के पुतले फूंकते हुए किसान नेताओं बलबीर सिंह राजेवाल, मनजीत सिंह धनेर,, रजिंदर सिंह दीप सिंह वाला, एडवोकेट प्रेम सिंह भंगू, जंगगबीर सिंह चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह से बौखला गई है ।
किसान नेताओं का कहना था कि किसान आंदोलन का कोई तोड़ सरकार को नहीं मिल रहा। किसानों की उचित मांगों का इसके पास कोई जवाब नहीं है । 11 दौर की चली बातचीत के दौरान किसान नेता सरकार को बेसिक तौर पर हरा चुके हैं। किसान आंदोलन की दिन-ब-दिन बढ़ रही ताकत के सामने बेबस सरकार अब नंगी चिट्टी गुंडागर्दी पर उतर आई है। एक केंद्रीय मंत्री के अहंकारी बेटे ने शांतमयी प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। जिसमें 5 किसान शहीद करने के बाद भी सरकार ने कोई अफसोस प्रकट नहीं किया।
किसान जत्थेबंदियों द्वारा विभिन्न जिलों से डिप्टी कमिश्नरों के माध्यम से देश के राष्ट्रपति को रोष पत्र भेजकर मांग की गई कि केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा को पद से बर्खास्त किया जाए और उसके विरुद्ध हिंसा भड़काने और फिरकू नफरत फैलाने का मुकदमा दर्ज किया जाए। इस मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा और उसके गुंडा साथियों के विरुद्ध 302 (कत्ल) का केस दर्ज करके उनको तुरंत गिरफ्तार किया जाए।