इंडिया न्यूज, Punjab News। Agneepath Policy : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत-चीन और भारत-पाक युद्धों के वेटरन कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) ने रक्षा बलों में भर्ती की अग्निपथ नीति की समीक्षा करने का सुझाव दिया। कैप्टन ने कहा कि यह रेजीमेंटों के लंबे समय से मौजूद लोकाचार को कमजोर करेगा। एक सैनिक के लिए 4 साल की सेवा बहुत कम समय है।
उन्होंने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि भारत सरकार को भर्ती नीति में इस तरह के बदलाव करने की जरूरत क्यों है, जो इतने सालों से देश के लिए इतना अच्छा काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि 3 साल की प्रभावी सेवा के साथ कुल 4 साल के लिए सैनिकों को काम पर रखना, सैन्य रूप से एक अच्छा विचार नहीं है। कैप्टन ने आल इंडिया आल क्लास भर्ती नीति (Agneepath Policy) का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि यह रेजीमेंटों के लोकाचार को कमजोर करेगी।
उन्होंने बताया कि सिख रेजीमेंट, डोगरा रेजीमेंट, मद्रास रेजीमेंट जैसी वि•िान्न रेजीमेंटों का अपना अलग लोकाचार है जो सैन्य दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है और जिसे अनदेखा कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के रंगरूटों के लिए सांस्कृतिक रूप से भिन्न वातावरण में समायोजित करना बहुत मुश्किल होगा जो एक विशेष रेजिमेंट के लिए विशिष्ट है और वह भी इतने कम समय के भीतर, जो प्रभावी रूप से तीन साल से कम समय में आता है।
कैप्टन ने कहा कि पहले से ही मौजूदा 7 और 5 साल की छोटी अवधि की कार्यकाल प्रणाली ठीक है, लेकिन 4 साल, जो एक बार प्रशिक्षण और छुट्टी की अवधि को बाहर कर दिया जाए, तो प्रभावी रूप से 3 साल से कम हो जाता है, काम करने योग्य नहीं होगा। यह एक पेशेवर सेना के लिए कभी भी काम करने योग्य नहीं होगा, जो पूर्वी और पश्चिमी दोनों थिएटरों में मुश्किल चुनौतियों का सामना कर रही है।
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