पटना, बिहार: जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बयान से बिहार में राजनीतिक हालचल जारी है। उनके बागी तेवर से बिहार की राजनीति में नए समीकरण का जन्म हो रहा है। गुरुवार को मीडिया वार्ता करते हुए कुशवाहा ने आरजेडी के साथ हुए गठबंधन से जेडीयू के कमजोर होने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शायद नीतीश कुमार ये बात भूल गए हैं कि आरजेडी के विरोध में ही जेडीयू का जन्म हुआ था।
पटना में भारत लेनिन अमर शहीद जगदेव प्रसाद जयंती समारोह में मौजूद मीडिया से बात करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने यह बातें कहीं। कुशवाहा ने कहा कि पार्टी कमजोर हो रही है। पार्टी कमजोर होगी तो स्वाभाविक रूप से उपेंद्र कुशवाहा भी कमजोर होंगे। नीतीश कुमार कमजोर होंगे। सब कमजोर होंगे। हम तो बार-बार यही कह रहे हैं कि पार्टी कमजोर न हो, पार्टी हमेशा मजबूत रहे इसके लिए कोशिश करनी है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज की तारीख में मुख्यमंत्री जी अपनी इच्छा से कोई निर्णय नहीं ले रहे हैं। ऐसा सिर्फ मैं ही नहीं कह रहा हुं, आप राज्य कार्यालय के आसपास जाकर कैमरा बंद कर लीजिए, माइक को भी बंद कर लीजिए तब जेडीयू के लोगों से ही पूछना तो आपको सब सही-सही पता चल जाएगा। हमसे मत पूछिए लोग सब कुछ बता देंगे।
अपनी पार्टी को बागी तेवर दिखाने पर सवाल किया गया तो कुशवाहा ने कहा कि बागी तेवर आपकी अपनी परिभाषा है। जरूरी नहीं की आपकी परिभाषा को हर कोई मान ले। महाराणा प्रताप जयंती पर कार्यक्रम हुआ, क्या पार्टी के बैनर से हुआ? हम चाहते हैं जेडीयू का जो जनाधार ढीला पड़ गया है, वह फिर से इकट्ठा हो, जो लोग बीच में आकर ताकत दिए वे सभी एक साथ आकर मजबूती से खड़े हों।