इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष वृजभूषण सिंह के खिलाफ हरियाणा के पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हुए हैं। पहलवानों के प्रदर्शन के बीच माकपा की नेता वृंदा करात मामले को रजनीतिक रंग देने पहुँची, लेकिन खिलाड़ियों ने वामपंथी नेता के इरादों को भांपते हुए उन्हें मंच से उतार दिया। खिलाड़ियों ने बड़ी विनम्रता से कहा कि इस धरने को राजनीतिक ना बनाएँ।
धरने में शामिल बजरंग पुनिया ने वामपंथी नेता वृंदा करात को मंच से नीचे जाने के लिए कहा। पुनिया ने कहा, “आप से अनुरोध है कि आप नीचे आ जाइए। माइक किसी को नहीं मिलेगा। आप से अनुरोध है कि इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाएँ।”
#WATCH धरना-प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के पास CPM नेता वृंदा करात पहुंची।
पहलवान बजरंग पूनिया ने उनको मंच से नीचे जाने के लिए कहते हुए कहा, "आप से अनुरोध है कि आप नीचे आ जाइए। माइक किसी को नहीं मिलेगा। आप से अनुरोध है कि इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाएं।" pic.twitter.com/OFlEAhZoKw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 19, 2023
जानकारी दें, महिला पहलवान विनेश फोगाट ने बुधवार (18 जनवरी 2023) को कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। आरोपों में फोगाट ने कहा है कि कोच महिलाओं को प्रताड़ित कर रहे हैं और फेडरेशन के चहेते कुछ कोच महिला कोचों के साथ भी बदसलूकी करते हैं। वे लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं।
उधर, कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को दरकिनार करते हुए पहलवानों पर ही मनमानी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपनी सफाई में कहा, “ये चाहते हैं कि हम ओलंपिक विजेता हैं, हमारा ट्रायल ना कराया जाए और ट्रायल कराया भी जाए तो पहले नेशनल के विजेता का ट्रायल हो फिर जो जीत कर आए उनके साथ फाइनल इनका कराया जाए। इससे इन्हें दिक्कत हो रही है। वहीं गुस्सा इनका आज फूटा है।”
ये चाहते हैं कि हम ओलंपिक विजेता हैं, हमारा ट्रायल ना कराया जाए और ट्रायल कराया भी जाए तो पहले नेशनल के विजेता का ट्रायल हो फिर जो जीत कर आए उनके साथ फाइनल इनका कराया जाए। इससे इन्हें दिक्कत हो रही है वहीं गुस्सा इनका आज फूटा है:बृजभूषण शरण सिंह, अध्यक्ष,रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया pic.twitter.com/t0iPsfEfI5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 18, 2023
ज्ञात हो, देश में कोई भी आंदोलन हो प्रदर्शन हो वामपंथियों का समूह उसमें एक -एक कर घुसने की कोशिश करता है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण शहीन बाग़ का आंदोलन हो या किसान आंदोलन। वामपंथी अपनी राजनीतिक रोटी सेकने के लिए किसी भी आंदोलन में घुसकर अपना राजनीतिक एजेंडा सेट करने में जुट जाते हैं। वो तो समझदारी पहलवानों की रही जिन्होंने वामपंथी नेता की प्रदर्शन में शामिल होने का प्रयोजन समझा। अपनी लड़ाई में अपने लोगों को शामिल कर न्याय की मांग पर आगे बढ़ते नजर आए।