होम / केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने नंगे पैर चलकर रिसीव की गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियां 

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने नंगे पैर चलकर रिसीव की गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियां 

Amit Gupta • LAST UPDATED : August 24, 2021, 7:58 am IST

संबंधित खबरें

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
अफगानिस्तान से हिंदुओं और सिखों को निकालकर भारतीय वायुसेना और एयर इंडिया के विमान लगातार भारत ला रहे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को 25 भारतीय नागरिकों सहित 78 यात्रियों को लेकर एयर इंडिया की एक फ्लाइट ताजिकिस्तान के दुशांबे से नई दिल्ली पहुंची। भारत अब तक 800 से अधिक लोगों को अफगानिस्तान  से सुरक्षित निकालने में सफल रहा है। मंगलवार को यहां पहुंचे विमान में सिखों के पवित्र ग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब की तीन प्रतियों को भी अफगानिस्तान से दिल्ली लाया गया। यही नहीं इन्हें रिसीव करने के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी खुद एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियों को सिर पर रखकर रिसीव किया। सोमवार को सिर पर गुरु ग्रंथ साहिब लिए नंगे पैर चलने की तीन सिख युवकों की तस्वीरें सामने आई थीं। लोगों का कहना है कि गुरु ग्रंथ साहिब व सिखों का लौटना अफगानिस्तान में यह सिख संप्रदाय के युग के खत्म होने जैसा है, लेकिन भारत में यह एक नई शुरुआत भी है। काबुल के कारते परवान गुरुद्वारा समिति के सदस्य छबोल सिंह ने कहा कि सोमवार को तीन गुरु ग्रंथ साहिब भारत आए गए हैं और इसके बाद अब तीन प्रतियां ही अफगानिस्तान में रह गई हैं। शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली यूनिट के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा, यह अफगानिस्तान में सिखी के एक युग की समाप्ति है। तालिबान की ओर से अफगानिस्तान पर कब्जा किए जाने के चलते सिखों को अपने घरों को छोड़कर निकलना पड़ा है। गुरुग्रंथ साहिब की तीन प्रतियां काबुल, गजनी और जलालाबाद के गुरुद्वारों से बेहद भारी मन के साथ भारत लाई गई हैं।
वर्ष 2020 में भी लाई गई थीं सात प्रतियां 
वर्ष 2020 में भी हमले के बाद पवित्र ग्रंथ की प्रतियां भारत लाई गई थीं। 25 मार्च, 2020 को  इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने काबुल स्थित गुरुद्वारा हर राय साहिब पर हमला कर दिया था। इस हमले में 25 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद भी पवित्र ग्रंथ की 7 प्रतियों को भारत लाया गया था। गुरु ग्रंथ साहिब की कुल 13 प्रतियां अफगानिस्तान में थीं, जिनमें से 7 को पहले ही भारत लाया जा चुका है।
अफगानिस्तान का सिख पंथ से पुराना कनेक्शन 
अफगानिस्तान का सिख पंथ से पुराना कनेक्शन रहा है। सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव ने भी अफगानिस्तान की यात्रा की थी और शांति, भाईचारे एवं सहिष्णुता का संदेश दिया था। 16वीं शताब्दी में अफगानिस्तान में उनके दौरे के साथ ही वहां सिख धर्म की नींव पड़ी थी।
ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव फेज 2 के मतदान में ये करोड़पति और सबसे गरीब उम्मीदवार के नाम हैं शामिल, जानें कुल संपत्ति-Indianews
Petrol Diesel Price: 26 अप्रैल का पेट्रोल-डीजल रेट, जानें देशभर कच्चे तेल का भाव-indianews  
एन्क्रिप्शन हटाने पर किया मजबूर तो छोड़ देंगे भारत, जानें Whatsapp ने दिल्ली HC को क्यों दी ये चेतावनी-Indianews
Samantha Ruth Prabhu ने मिटाई शादी की सारी यादें, वेडिंग गाउन को इस तरह किया तैयार -Indianews
Iran-Pakistan Statement: क्यों उड़ा कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ का मजाक? जानें बयान में क्या कहा-Indianews
बिग बॉस 13 फेम Arti Singh ने रचाई शादी, परिवार के साथ जमकर दिए पोज -Indianews
14 साल बाद स्क्रीन पर वापस लौटेंगे Fardeen Khan, इस तरह मिला था हीरामंडी में रोल -Indianews
ADVERTISEMENT