इंडिया न्यूज़,चंडीगढ़:
Punjab Drugs Case पंजाब के पूर्व मंत्री और राज्य की सियासत में ऊंचा रसूख रखने वाले बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। बता दें कि ड्रग्स केस में अदालत ने 10 जनवरी को अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया था। उसके बाद एक बार और बेल अवधि की अपील की तो उसे भी अदालत ने मंजूर कर लिया। अब 24 जनवरी को मजीठिया ने जमानत अवधि बढ़ाने के लिए कोर्ट की शरण ली। लेकिन इस बार बिक्रम की दलील काम न आई और जज ने इसे रद्द कर दिया।
बीते कल मजीठिया की अग्रिम जमानत याचिका रद्द होने के बाद आज मोहाली क्राइम ब्रांच ने अकाली दल नेता मजीठिया की गिरफ्तारी के लिए उसके ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन वह नहीं मिले। जानकारी के मुताबिक अपराध शाखा ने यह रेड मजीठिया के अमृतसर और चंडीगढ़ समेत अन्य छह ठिकानों पर की है। गुप्त तरीके से की गई रेड के बाद भी छापामार टीम के हाथ कुछ नहीं लगा, और वह वापस लौट आए।
जानकारी के लिए बता दें कि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया पर पंजाब क्राइम ब्रांच ने ड्रग्स पैडरल को शरण देने, गाड़ी मुहैया कराने और उसका नशा तसकरी में साथ देने के खिलाफ गत वर्ष 20 दिसंबर को एनडीपीएस एक्ट के तहत मोहाली में मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद कई बार जांच टीम ने मजीठिया के ठिकानों पर दबिश दी लेकिन वह टीम के पहुंचने से पहले ही वहां से घिसकने में कामयाब रहा। इस बार की रेड क्राइम बं्राच ने फुलपु्रफ रखी थी लेकिन इस बार भी अंजाम ढाक के तीन पात ही रहे।
मोहाली क्राइम ब्रांच ने मजीठिया पर शिकंजा कसने के लिए 6 टीमों का गठन किया। मोहाली पुलिस ने इस बात की भनक किसी को नहीं लगने दी और पंजाब के अमृतसर,हरियाणा के अंबाला, चंडीगढ़ और हिमाचल में एक समय में एक साथ टीमों ने रेड की। लेकिन मजीठिया का कहीं कोई सुराग हाथ नहीं लगा। हालांकि छापेमारी की रूपरेखा इस तरीके से तैयार की गई थी कि संबंधित राज्य की पुलिस को भी इस बात की भनक तक लगने नहीं दी।
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