इंडिया न्यूज़:(Protest in JNU over controversial BBC documentary) दिल्ली का JNU विश्विद्यालय एक बार फिर से चर्चा में है। इस बार चर्चा की वजह BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रही जिस पर भारी बवाल कटा। देर रात तक जेएनयू छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। कैंपस में यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ मार्च शुरू हो गया और पुलिस भी आ गई। वामपंथी संगठनों से जुड़े छात्रों ने जेएनयू कैंपस से वसंत कुंज पुलिस स्टेशन तक विरोध मार्च निकाला।
एबीवीपी छात्र गुट की ओर से पथराव के आरोप भी लगाए गए हैं लेकिन पुलिस की ने पथराव की पुष्टि नहीं की है। वसंत कुंज में पुलिस थाने के बाहर छात्रों ने देर रात प्रदर्शन भी किया। जेएनयू छात्र नेता आइशी घोष के मुताबिक देर रात ही पुलिस को दी गई शिकायत और पुलिस के आश्वासन के बाद हम छात्रों ने अपना विरोध समाप्त कर दिया।
JNU छात्रसंघ अध्यक्ष आयशी घोष का आरोप
जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आयशी घोष का कहना है कि पहले एबीवीपी के छात्रों ने पथराव किया है लेकिन अभी तक प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है। हमने फिल्म की स्क्रीनिंग लगभग पूरी कर ली है। हमारी मांग है कि जेएनयू में बिजली बहाल की जाए। हमने 25 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज़ करवाई है, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे तहकीकात करेंगे।
हमने 25 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज़ करवाई है, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे तहकीकात करेंगे। जिन लोगों को चोट लगी है वे भी इलाज के बाद कल पुलिस स्टेशन में अपना बयान देंगे। जेएनयू प्रशासन से भी हम कल शिकायत करेंगे: JNUSU अध्यक्ष आइशी घोष, दिल्ली https://t.co/378xcqhwLt pic.twitter.com/4gbodsjm84
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 24, 2023
छात्रसंघ अध्यक्ष के आरोप के बाद ABVP का पलटवार
पथराव को लेकर एबीवीपी संगठन से जुड़े छात्र गौरव कुमार का कहना है कि क्या आरोप लगाने वाले इन लोगों के पास हमारे खिलाफ कोई सबूत है कि वो पथराव हमने ही किया है? हमने कोई पथराव नहीं किया है।
वामपंथी छात्रों के प्रतिबंध के बावजूद डॉक्यूमेंट्री सीरीज देखने की सूचना पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को बुला लिया। इससे छात्र और भी ज्यादा नाराज हो गए। इस दौरान सूचना पर पुलिस भी कैंपस में पहुंची और छात्रों को सही जांच का आश्वासन दिया है।
Delhi | JNU students protest outside a police station in Vasant Kunj after they marched there claiming stones were pelted during the screening of banned BBC documentary on PM Modi. pic.twitter.com/tYveQpj1yM
— ANI (@ANI) January 24, 2023
BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया:द मोदी क्वेश्चन’ डॉक्यूमेंट्री पर रोक
केंद्र सरकार ने पिछले हफ्ते BBC यानि ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन की ओर से तैयार एक डॉक्यूमेंट्री पर बैन लगा दिया है। यह गुजरात दंगों पर आधारित है। सरकार का आरोप इस सीरीज के माध्यम से झूठे नेरेटिव फैलाने का आरोप है। इसी कारण सरकार ने भारत में इसे बैन करने के साथ-साथ डॉक्यूमेंट्री के ट्वीट और वीडियो को यू-ट्यूब से हटाने के आदेश जारी किए थे। इसके अलावा इससे जुड़े 50 लिंक को ब्लॉक भी किया गया है।
JNU में BBC की विवादित डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग पर बवाल, देर रात पुलिस को शिकायत के बाद विरोध खत्म,ब्रिटिश पीएम भी डॉक्यूमेंट्री का कर चुके विरोध
ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक भी कर चुके हैं BBC की इस डॉक्यूमेंट्री का विरोध
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पीएम मोदी पर बनी इस डॉक्यूमेंट्री पर अपना विरोध जता चुके हैं। सुनक ने अपने बयान में कहा था कि वह डॉक्यूमेंट्री में दिखाई गई बातों से सहमत नहीं हैं।
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