इंडिया न्यूज़, चंडीगढ़:
हरियाणा में कैंसर मरीजों का आंकड़ा निरंतर बढ़ रहा है और लंबे समय से मांग थी कि कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए एक अलग से स्पेशल हॉस्पिटल या कैंसर केयर सेंटर का निर्माण किया जाए। इसी कड़ी में साल 2017 में हरियाणा में कैंसर केयर केंद्र (cancer care center) के निर्माण को मंजूरी मिली थी और जिसका निर्माण कार्य पूरा होने के बाद उद्घाटन 9 मई 2022 को उद्घाटन कर इसको शुरू कर दिया गया है। अंबाला में बनाई गए कैंसर केयर सेंटर का नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई (Prime Minister Atal Bihari Vajpayee) के नाम पर रखा गया है।
केयर सेंटर पर करीब 73 करोड़ की लागत आई है और दुनिया की आधुनिकतम मशीनों से कैंसर मरीजों का इलाज किया जाएगा। बता दें कि मल्टीस्पेशलिटी कैंसर केयर सेंटर (Multispecialty Cancer Care Center) बनने से न केवल अंबाला और हरियाणा बल्कि देश के अन्य 6 से 8 राज्य के मरीजों को भी इसका फायदा मिलेगा। यह हरियाणा का पहला कैंसर के इलाज के लिए अलग से बना पहला हॉस्पिटल है। बता दें कि इससे पहले प्रदेश में ऐसा कोई कैंसर केयर केंद्र या अस्पताल नहीं था जहां गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीजों को प्रदेश में ही बीमारी का बेहतरीन इलाज मिले।
प्राप्त जानकारी अनुसार अटल कैंसर केयर सेंटर पर करीब 73 करोड़ की लागत आई है। इसमें बिल्डिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर, मेडिकल उपकरणों और हर तरह के खर्चे शामिल है। कुल राशि में से 25.79 करोड़ रुपए बिल्डिंग और सर्विसेज कंपोनेंट पर खर्च हुए हैं। इसके अलावा करीब 44 करोड़ रुपए सामान्य फर्नीचर और मेडिकल इक्विपमेंट पर खर्च हुए है।
कुल बजट का एक बड़ा हिस्सा मेडिकल उपकरणों पर खर्च हुआ है ताकि मरीजों को बेहतरीन इलाज मिल सके। इमारत का निर्माण 24 जुलाई 2018 को शुरू हुआ था जिसमें तीन फ्लोर है और कुल कवर्ड एरिया 3416 मीटर स्क्वेयर है बता दें कि 8 नवंबर 2021 को यह मार्च बनने के बाद स्वास्थ्य विभाग को हैंड ओवर कर दी गई थी।
कैंसर के अस्पताल में कैंसर की बीमारी के हर तरह के इलाज की सुविधा है। मरीजों के लिए ओंकोलॉजी ओपीडी यानी कैंसर के मरीजों के लिए अलग से ओपीडी होगी। कई बार मरीजों के लिए सर्जरी की भी जरूरत पड़ती है और केंद्र में इसकी सुविधा भी होगी। कैंसर के मरीजों के लिए तीसरी सुविधा है उनकी कीमोथेरेपी करना इसके लिए भी सभी जरूरी प्रावधान में मेडिकल उपकरणों का इंतजाम कैंसर केयर केंद्र में किया गया है। इस तरह से कहे तो केंद्र में बीमारी के इलाज की सभी पद्धतियां मौजूद है। कैंसर के मरीजों के हर तरह के टेस्ट अब केयर सेंटर में एक ही छत के नीचे हो सकेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फिलहाल कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए केयर सेंटर में जो मशीन हैं वो रोहतक पीजीआई से भी बेहतरीन बताई जा रही हैं। अगर नॉर्थ रीजन की बात करें तो चंडीगढ़ पीजीआई के बाद कैंसर केयर केंद्र में सबसे आधुनिक मशीनें हैं। इसी कड़ी में अब सामने आया है कि सरकार दो बेहद महंगी मशीनें और खरीदेगी और उनकी खरीद को मंजूरी दे दी गई है। 34 करोड़ की लागत से पेट मशीन समेत कुल 2 मशीनों की खरीद की जाएगी ताकि मरीजों को कैंसर की तीसरी और चौथी स्टेज में भी हर संभव इलाज उपलब्ध करवाया जा सके।
इससे पहले पीजीआई चंडीगढ़ में ही कैंसर के इलाज की पूरी फैसिलिटी उपलब्ध है और और कई राज्यों के मरीज वहां कैंसर के इलाज के लिए आते रहे हैं। चूंकि अब हरियाणा के अंबाला में कैंसर केयर सेंटर शुरू हो गया है तो वाजिब है कि हरियाणा से सटे कई अन्य राज्यों को भी यहां से ट्रीटमेंट का फायदा मिलेगा।
हरियाणा से और दूर स्थित कई राज्यों के मरीजों को कैंसर बीमारी के इलाज के लिए करने विकल्प उपलब्ध होगा। जहां से अन्य राज्यों के मरीजों के आने की संभावना है, उनमें पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान जैसे राज्य शामिल है जहां बड़ी संख्या में कैंसर के मरीज है लेकिन उस तरह की बेहतरीन मेडिकल सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा पीजीआई चंडीगढ़ पर मरीजों का दबाव कम होगा।
अनुमानित तौर पर हरियाणा में हर साल करीब 28000 नए मरीज रिपोर्ट होते हैं और इनमें से काफी तीसरी और चौथी स्टेज के भी होते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार अगर बेल्ट में आने वाले जिले कैंसर की सबसे ज्यादा चपेट में है। इन जिलों में मुख्य रूप से सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद और कैथल शामिल है। ऐसे में लंबे समय से जरूरत महसूस की जा रही थी कि हरियाणा में कैंसर के इलाज के लिए मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल या कोई कैंसर केयर प्रदेश के अंदर खोला जाए।
इसी कड़ी में बता दें कि अब केंद्र शुरू हो गया है तो इन जिलों के अलावा अन्य जिलों के मरीजों को भी फायदा मिलना तय है वहीं यह भी बता दें कि इंडस्ट्रियल शहर पानीपत में भी पिछले कुछ समय से बड़े पैमाने पर नए मामले रिपोर्ट हो रहे हैं।
इस पर सरकार मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए निरंतर नए कदम उठा रही है और कैंसर केयर अस्पताल शुरू करना इसी दिशा में उठाया गया कदम है। मरीजों को अब दूसरे राज्यों में इलाज के लिए जाना नहीं पड़ेगा। इसके अलावा अन्य राज्यों के मरीजों को भी नए मेडिकल फैसिलिटी का फायदा मिलेगा। इसके अलावा कैंसर केयर सेंटर के लिए और भी मशीनों की खरीद को मंजूरी दे दी गई है।
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