इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। कश्मीर में लगातार आतंकी हमलों के बाद अब प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। आतंकियों से सांठगांठ के आरोप में तीन सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त किया गया है। इनमें कश्मीर यूनिवर्सिटी (Kashmir University) में केमिस्ट्री के प्रोफेसर अल्ताफ हुसैन पंडित, स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट के अध्यापक मोहम्मद मकबूल हजाम और पुलिस के सिपाही गुलाम रसूल शामिल हैं। जानकारी अनुसार इन सभी को आतंकियों से मिले होने के आरोप में बर्खास्त किया गया है।
कश्मीर घाटी में 24 घंटों में दो आतंकी हमले (Two terrorist attacks in 24 hours in Kashmir Valley) हो चुके हैं, जिनमें तहसीलदार कार्यालय में काम करने वाले हो गई। वहीं एक स्पेशल पुलिस आफिसर की भी हत्या हुई है। राहुल भट्ट के सरेआम दफ्तर में घुसकर मर्डर के बाद से कश्मीरी पंडितों में गुस्सा (Anger among Kashmiri Pandits) है।
शुक्रवार को सुबह राहुल भट्ट अमर रहें के नारों के साथ मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। यही नहीं रात भर इस घटना के खिलाफ आंदोलन जारी रहा और लोग सड़कों पर उतर आए। कश्मीरी पंडित समुदाय के लोगों ने कहा कि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जानी चाहिए।
इसके अलावा राहुल भट्ट की पत्नी ने कहा कि कश्मीर में पंडित बलि का बकरा बन रहे हैं। 2010 से जो कश्मीरी पंडित नौकरियों के लिए गए हैं, वे आतंकियों के निशाने पर हैं।
डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर से कई बार गुहार लगाई गई थी कि उनका ट्रांसफर कर दिया जाए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसी के चलते उनकी आतंकियों ने जान ले ली। उन्होंने कहा कि किसी करीबी व्यक्ति ने ही राहुल के बारे में आतंकियों को जानकारी दी थी।
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
ये भी पढ़ें : ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को रोकने की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने किया खारिज, याचिकाकर्ता को दिया ये तर्क…
ये भी पढ़ें : Broadcast Engineering Consultants India Limited के पदों पर कब तक कर सकते है आवेदन,जानें