Madhya Pradesh: इंदौर जिला प्रशासन ने राशन माफियाओं के खिलाफ एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। गरीबों का राशन डकारने वाले दो राशन उपभोक्ता भंडार पर छापेमारी कर कार्रवाई की गई है। जबकि एक व्यापारी के गोदाम से PDF के अंतर्गत वितरित किये जाने वाला करीब 250 बोरी चावल मिला है। इस मामले में विभाग व्यापारी के साथ ही राशन उपभोक्ता भंडार के संचालकों के खिलाफ FIR दर्ज करेगा।
आपको बता दें कि गरीबों का मारने वाले राशन माफियाओं के खिलाफ इंदौर जिला प्रशासन बीते 2 सालों से लगातार कार्रवाई कर रहा है। ये राशन माफिया इसके बाद भी राशन की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिला प्रशासन और क्राइम ब्रांच को इसकी सूचना मिली थी कि नवलखा स्थित एक व्यापारी राशन को दुकानों से वितरित किए जाने वाले चावल खरीद रहा है। इसके साथ ही दो राशन उपभोक्ता भंडार के संचालक भी गरीबों को वितरित किए जाने वाले राशन को खुले बाजार में बेच रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच और खाद्य विभाग के अधिकारियों ने इस पर कार्रवाई करते हुए छापा मारा है। इंदिरा गांधी उपभोक्ता भंडार और अंकुर उपभोक्ता भंडार के स्टॉक को लेकर जब जांच की गई। तो अंकुर गुप्ता भंडार पर उसमें 10 क्विंटल चावल और 90 किलो गेहूं कम मिला। जबकि इंदिरा गांधी उपभोक्ता भंडार पर करीब 20 क्विंटल से भी ज्यादा मात्रा में चावल पाया गया।
ठीक इसी तरह नवलखा स्थित एक व्यापारी के गोदाम पर टीम ने छापेमारी कर 250 बोरे चावल जप्त किए हैं। जो कि PDS के तहत बांटे गए थे। कलेक्टर मनीष सिंह ने मामले की जानकारी मिलने के बाद राशन माफियाओं के खिलाफ अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जबकि विभाग के अधिकारी राशन का पंचनामा बनाकर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। इसी रिपोर्ट के आधार पर दोनों उपभोक्ता भंडार के संचालकों और व्यापारियों के खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी।
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