इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : चीन में जीरो कोविड पॉलिसी के विरोध में प्रदर्शनकारियों की भीड़ से सड़कें पट गई हैं। शंघाई से शुरू हुआ उग्र प्रदर्शन थमने की बजाए बीजिंग, शिनजियांग होते हुए कई शहरों में तेजी से बढ़ रहा है। जानकरी दें, शी जिनपिंग की विवादित जीरो कोविड पॉलिसी के खिलाफ चीन की सबसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी शिन्हुआ के स्टूडेंट्स भी बढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। सब बड़ी बात ये है कि उनके प्रदर्शन का तरीका बड़ा ही अनोखा है। आपको बता दें, चीन के स्टूडेंट्स फिजिक्स के फॉर्मूले का इस्तेमाल कर इस पॉलिसी के खिलाफ अपना गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं।
आपको बता दें, चीन की शिन्हुआ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने सोमवार को विरोध प्रदर्शनों का मोर्चा संभाला। इस दौरान भारी संख्या में स्टूडेंट्स जुटे। छात्रों के हाथों में कोरे सफेद कागज थे, जिन पर फिजिक्स का फॉर्मूला फ्रीडमैन इक्वेशन लिखा हुआ था।
ज्ञात हो, बीजिंग में शिन्हुआ यूनिर्सिटी के लगभग 200 से 300 स्टूडेंट्स सोमवार को फिजिक्स के फॉर्मूले लिखे कागज लहराते देखे गए। हॉन्गकॉन्ग के एक्टिविस्ट नैथन लॉ ने इन स्टूडेंट्स के विरोध की तस्वीर ट्वीट कर बताया कि चीन की शिन्हुआ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स फ्रीडमैन फॉर्मूले के जरिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे नहीं पता कि इस फॉर्मूले का क्या मतलब है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन उच्चारण से फर्क पड़ता है क्योंकि इसका उच्चारण फ्री मैन (आजाद इंसान) के समान है। यह प्रदर्शन का बहुत ही रचनात्मक तरीका है। यह स्वतंत्र चीन का प्रतीक और ताजा उदाहरण है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फॉर्मूले का मतलब फ्री मैन (आजाद व्यक्ति) के समान बताया जा रहा है। इसका अर्थ चीन की आजादी और चीन की स्वतंत्रता से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल फ्रीडमैन इक्वेशन यूनिवर्स के विस्तार और उसके खुलेपन से जुड़ा हुआ है। फिजिक्स का यह फॉर्मूला भौतिकशास्त्री फ्रीडमैन के नाम पर जाना जाता है, जो बताता है कि हमारा यूनिवर्स किस रफ्तार से फैल रहा है।
आपको बता दें, चीन में स्टूडेंट्स के प्रदर्शन के इस रचनात्मक तरीके को बहुत सराहा भी जा रहा है।