Political analyst Prashant Kishor on CM Nitish Kumar: राजनीतिक विश्लेषक प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर बड़ा दावा किया है। किशोर ने आज मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि मै बताता हूं नीतीश कुमार बीजेपी से क्यों अलग हुए। किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को चुना क्योंकि वह जानते हैं कि 2025 के बाद वह सीएम नहीं होंगे और यादव के नेतृत्व में बिहार को नुकसान होगा और लोग फिर से वापस आएंगे और नीतीश कुमार को चुनेंगे। वह अपनी विरासत को जारी रखना चाहते हैं इसलिए वह नहीं चाहते कि उनसे बेहतर कोई सत्ता में आए।
उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के राजनीतिक रणनीति के बारे में जिक्र कर कहा कि मार्च 2022 को जब नीतीश कुमार मुझसे दिल्ली में मिले, तो उन्होंने मुझे महागठबंधन के बारे में बताया और इसमें शामिल होने का अनुरोध किया। उन्हें पता था कि अगर उन्होंने बीजेपी के साथ अपना गठबंधन जारी रखा, तो 2024 के चुनाव जीतने के बाद, उन्हें हटा दिया जाएगा और बीजेपी अपनी पार्टी से मुख्यमंत्री चुनेगी, इसलिए उन्होंने यह रणनीति अपनाई है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ गठबंधन को तोड़कर सभी को आश्रचर्यचकित कर दिया। कभी एक-दूसरे के धूर विरोधी रहे आरजेडी और जेडीयू ने साथ मिलकर बिहार की सत्ता में आने का फैसला किया। हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों ने इसे नीतीश कुमार के पीएम बनने राजनीति बताई। सीएम नीतीश कुमार ने भी आरजेडी से गठबंधन के बाद दिल्ली जाकर कई राजनीतिक दलों के चीफ से मुलाकात की। जिससे इस बात को और भी बल मिला। हालांकि सीएम ने पीएम बनने की बात तो हमेशा से इनकार किया है।