इंडिया न्यूज (Benefits of Seeds)
सेहत को स्वस्थ्य रखने के लिए शरीर को आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ऐसे में लोग न्यूट्रिएंट्स लेने के लिए खाद्य पदार्थों को रोजाना की डाइट में शामिल करते हैं। परंतु कई बार व्यस्तता के कारण मील स्किप हो जाता है। ऐसे में शरीर को न्यूट्रिशन देने के लिए एक आसान और प्रभावी उपाय हैं मिक्स सीड्स। आप इन सीड्स को किसी भी समय ले सकते हैं। तो चलिए जानेंगे कौन से सीड्स कौन सी बीमारी के लिए फायदेमंद हैं।
पंपकिन सीड्स: पंपकिन सीड्स में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जैसे कि प्रोटीन, पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, एंटीआॅक्सीडेंट, विटामिन जैसे की कैरोटेनॉइड्स और टोकोफेरॉल। वहीं यह जिंक और सेलेनियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। इसका सेवन गठिया, हाइपोग्लाइसीमिया, ब्रेस्ट, लंग्स और कोलोरेक्टल कैंसर, के साथ ही गैस्ट्रिक जैसी समस्या को नियंत्रित रखने में मदद करता हैं।
हेम्प सीड्स: हेम्प सीड्स प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत है। हेम्प सीड्स में मौजूद प्रोटीन की क्वालिटी को अन्य प्लांट प्रोटीन सोर्स से बेहतर बताया गया है। इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर, मोनोसैचुरेटेड फैट, पॉलीअनसैचुरेटेड फैट, मैग्नीशियम, थियामाइन और जिंक की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है। वहीं इसमें एंटी इन्फ्लेमेटरी फैटी एसिड मौजूद होते हैं। यह स्किन हेल्थ से लेकर समग्र सेहत को बनाए रखने में मदद करता है।
फ्लेक्स सीड्स: फ्लेक्स सीड्स में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड, प्रोटीन, डाइटरी फाइबर और ए लिलोलेनिक एसिड मौजूद होते हैं। एएलए ब्रेन डेवलपमेंट के लिए काफी जरूरी होता है। वहीं ब्लड लिपिड्स को रिड्यूस करता है और कार्डियोवैस्कुलर डिजीज की संभावना को भी कम कर देता है। इसके सभी न्यूट्रिएंट्स शरीर में सही तरीके से लगे इसके लिए इसे दरदरा पीसकर सेवन करना चाहिए।
चिया सीड्स: चिया सीड्स ओमेगा 3 फैटी एसिड, एएलए, ओमेगा 6 फैटी एसिड, लिनोलिक एसिड, के साथ ही जिंक, प्रोटीन, कॉपर, पोटेशियम, फाइबर, काबोर्हाइड्रेट, सोडियम, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है। सभी पोषक तत्व समग्र सेहत के साथ त्वचा से जुड़ी समस्याओं में काफी फायदेमंद होते हैं।
सनफ्लावर सीड्स: सनफ्लावर के बीच में मौजूद मैग्नीशियम इसकी गुणवत्ता को ज्यादा बढ़ा देते हैं। वहीं इनमें मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी कोलेस्ट्रॉल लेवल, कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित में मदद करती हैं। इनमें मौजूद विटामिन और मिनरल जैसे कि जिंक और सेलेनियम इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाये रखने में मदद करते हैं और बीमारी फैलाने वाले वायरस और बैक्टीरिया को हावी होने से रोकते हैं।
तिल: कहते हैं कि तिल में प्रोटीन, डाइटरी फाइबर और काबोर्हाइड्रेट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके साथ ही यह आयरन, मैग्नीशियम, मैंगनीज, कॉपर, कैल्शियम, विटामिन बी और विटामिन ई का एक अच्छा स्रोत होता है। वहीं इसमें मौजूद एंटीआॅक्सीडेटिव एजेंट सेल्स में होने वाले आॅक्सीडेटिव डैमेज को रोकते हैं। तिल में मौजूद एंटीआॅक्सीडेंट कैंसर और हार्ट डिजीज में फायदेमंद होते हैं।