इंडिया न्यूज (Scalp Infection Can Occur When The Head Is Wet)
बरसात में भीगने पर बाल लंबे समय तक गीले रहने पर कई लोगों को स्कैल्प पर दाने हो जाते हैं। कई बार हेयर ऑयल या अधिक सीबम बनने के दाने कारण होते हैं। ये शरीर में मौजूद खास ग्लैंड सिबेशस में बनता है। सीबम एक वैक्स और ऑयली पदार्थ है, जो स्कैल्प को रूखे होने से बचाता है। हालांकि अधिक सीबम से स्कैल्प ऑयली होने लगता है, जिसके कारण पोर्स बंद हो जाते हैं और एक्ने की समस्या होने लगती है। कई बार बारिश में भीगने से फंगल इंफेक्शन हो जाता है।
कारण: ये दाने ज्यादा तेल मालिश, टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में बढ़ौतरी और स्टेरॉयड या एंड्रोजेनिक सप्लीमेंट्स, जैसे व्हे प्रोटीन लेने से भी होते हैं। स्कैल्प पर दाने या फुंसी होने के कारण सूजन, दर्द और खुजली भी हो सकती है।
डेड स्किन होने के कारण स्कैल्प पर खुजली और जलन होने लगती है। कई रिसर्च में बताया गया है कि जो लोग बालों को साफ नहीं रखते, जिन्हें पसीना ज्यादा आता है या जो हेयर स्टाइलिंग के लिए वैक्स और जेल लगाते हैं। उन्हें भी रिएक्शन होने से स्कैल्प पर फुंसी हो जाती हैं। स्किन पोर्स बंद होने से भी स्कैल्प पर रैशेज, दर्द और सूजन हो सकती है। तनाव, चिंता, नींद कम आना या फिर गलत लाइफस्टाइल के कारण ये समस्याएं बढ़ती जाती हैं। बिना किसी इलाज के भी ये दाने ठीक हो जाते हैं। हालांकि इसके कारण बाल झड़ने लगते हैं। कई बार सिर के बीच से थोड़े बाल झड़ने लगते हैं।
स्कैल्प पर एक्ने होते हैं तो हेल्दी डाइट लें। धूम्रपान न करें। अगर स्टेरॉयड का सेवन कर रहे हैं तो उसे लेना बंद कर दें। पैराबेन फ्री (हानिकारक केमिकल) प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करें। बालों को सुखाने के लिए हेयर ड्रायर के इस्तेमाल से बचें। टाइट पोनी बांधने से ये एक्ने कम हो सकते हैं। अगर समस्या बढ़ती जा रही है तो किसी भी तरह के हेयर प्रोडक्ट का इस्तेमाल करने से पहले डमेर्टोलॉजिस्ट की सलाह लें।
स्कैल्प आॅयली है तो हर दो दिन में शैम्पू जरूर करें। ताकि गंदगी या पसीने के कारण कम से कम इरिटेशन हो। अपने स्कैल्प और हेयर टाइप के अनुसार शैम्पू का चुनाव करें।