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डायबिटीज़ से लेकर हार्ट पेशंट तक को ब्राउन राइस का करना चाहिए सेवन, मिलते हैं ये 4 फायदें

Nishika Shrivastava • LAST UPDATED : January 28, 2023, 11:42 pm IST

Brown Rice Health Benefits: हमारे खाने में ज्यादातर सफेद चावल का ही इस्तेमाल किया जाता है लेकिन अगर आप अपनी डाइट में ब्राउन राइस को शामिल कर लें तो ये सेहत के लिए और भी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता हैं। जी हां, न्यूट्रिशन से भरपूर ब्राउन राइस न सिर्फ ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता हैं, बल्कि इसका नियमित रुप से सेवन करने से वजन भी घटाता है। इसके अलावा दिल की सेहत को भी दुरुस्त रखने में भी ब्राउन राइस अहम भूमिका निभाता हैं। अगर आप भी अपनी सेहत को लेकर फ्रिकमंद रहते हैं तो वाइट राइस को ब्राउन राइस से रिप्लेस कर सकते हैं।

हेल्थलाइन के मुताबिक, ब्राउन राइस पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसमें सफेद चावल के मुकाबले काफी ज्यादा न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं। वहीं, कैलोरी और कार्बोहाई़़ड्रेट के मामले में दोनों में ये तत्व लगभग समान होते हैं। तो यहां जानिए ब्राउन राइस खाने से मिलते है कईं फायदें।

ब्राउन राइस खाने के ये 4 फायदे

हार्ट हेल्थ

दिल की सेहत का ख्याल रखना सबसे ज्यादा जरूरी होता है। ब्राउन राइस में काफी फाइबर होता है और साथ ही ऐसे कंपाउंड्स होते हैं जो कि हार्ट डिजीज की रिस्क को कम कर सकते हैं। ब्राउन राइस में मैग्नीशियम और लिग्नेस भी मौजूद होता है जो हार्ट के लिए लाभकारी होता है।

वजन

ब्राउन राइस में काफी मात्रा में फाइबर मौजूद होते है जिसके चलते इन्हें खाने से काफी देर तक पेट भरा महसूस होता है। इससे बार-बार क्रेविंग की इच्छा नहीं होती है। ब्राउन राइस के नियमित सेवन से बैली फैट कम होता है और वजन घटता है।

ग्लूटेन फ्री

आमतौर पर हम जो अनाज खाते हैं उसमें ग्लूटेन होता है जो कि एक प्रोटीन है और कईं लोगों को ग्लूटेन वाला फूड खाने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ब्राउन राइस नेचुरली ग्लूटेन फ्री है, ऐसे में जो लोग ग्लूटेन फ्री डाइट को प्रैफर करते हैं वो ब्राउन राइस को अपनी रूटीन डाइट में शामिल कर सकते हैं।

डायबिटीज़

सफेद चावल खाने पर ब्लड शुगर में बढ़ोतरी होने का रिस्क होता है लेकिन अगर आप ब्राउन राइस खाते हैं तो ये डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। ब्राउन राइस का ग्लाइसेमिक इंडेक्स सफेद चावल के मुकाबले कम होता है, इससे ये धीमी गति से डाइजेस्ट होता है और इसका ब्लड शुगर पर भी कम प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही ब्राउन शुगर के नियमित सेवन से भी स्वस्थ व्यक्ति में भविष्य में डायबिटीज होने का रिस्क भी कम हो जाता है।

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