चीन, जापान और दक्षिण कोरिया सहित विश्व के कई देशों से कोविड-19 की जो तस्वीर आ रही है, उसने देशवासियों को डरा दिया है भारत के लिए यह कितनी चिंता की बात है?
हमें डरना नहीं है, सतर्क रहना है हमें एक चीज समझनी है चीन ने ‘शून्य कोविड नीति’ अपनाई थी उसने अचानक से इसे बंद कर दिया और नतीजा सबके सामने है जापान की बात करें तो उसने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय आवाजाही से प्रतिबंध हटाए हैं वहां क्या स्थिति है, इससे हम सब परिचित हैं।
इसमें कोई शक नहीं है कि यह स्वरूप तेजी से फैलता है ओमिक्रोन का स्वरूप पांच भी हमारे यहां तेजी से फैला था, लेकिन वह जल्दी खत्म भी हुआ बीएफ.7 भी जल्दी खत्म होगा, चीन में भी इसमें कोई नया उत्परिवर्तन होगा, ऐसा लगता नहीं है, क्योंकि 11 महीने हो गए हैं, ओमिक्रोन सारी दुनिया में फैल रहा है 11 महीने का समय लंबा होता है इतने समय में वह कोई नया स्वरूप पैदा नहीं कर सका है कोई नया स्वरूप आएगा, यह हमारे मन का डर है विज्ञान के मुताबिक यह होना थोड़ा कठिन लगता है।
हमारे अस्पतालों को पूरा अनुभव है, उनमें अच्छी खासी संख्या में बिस्तर उपलब्ध हैं हमारे यहां लोगों में जागरूकता भी आ गई है और वे मास्क का भी इस्तेमाल कर रहे हैं हमने 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों को टीका लगाया है एहतियाती खुराक के लिए भी सरकार भरसक प्रयत्न कर रही है सरकार ने तो अब नेजल वैक्सीन को भी मंजूरी दे दी है इसकी भी पूरी तैयारी है हम इसे बूस्टर खुराक के रूप में ले सकते हैं यह तो बड़ी उपलब्धि है डरने का कोई कारण नहीं है।