इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के देश को वर्ष 2025 तक टूबर्क्यलोसस (टीबी) फ्री बनाने के सपने को साकार करने की दिशा में हरियाणा अहम योगदान देगा। इसी कड़ी में उन्होंने कहा कि हरियाणा में यदि प्राइवेट डाक्टर के पास व क्लीनिक में टीबी का मरीज आता है और उसकी जानकारी हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य विभाग या संबंधित सिविल सर्जन कार्यालय में उनके द्वारा नहीं दी गई तो ऐसे प्राइवेट डॉक्टर और क्लीनिक के साथ-साथ प्रयोगशालाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
विज ने यहां केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के के दौरान दी। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री द्वारा एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) अभियान और डीबीटी अभियान की भी शुरुआत की।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यद्यपि यह एक नोटीफाइड बीमारी हैं, परंतु फिर भी कुछ ऐसे डॉक्टर, क्लीनिक्स व प्रयोगशालाएं हैं जो इस बीमारी का इलाज कर रही हैं और इसकी जानकारी संबंधित सिविल सर्जन व सरकार को मुहैया नहीं कर रही और इससे आंकड़ों में फर्क आ जाता है, इसलिए इसके इलाज में आगे दिक्कत आ रही है। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।