इंडिया न्यूज़(लखनऊ): संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा की आक्रांताओ ने भारत में मंदिरो को तोड़ा केवल सम्पति के लिए बल्कि मनोबल तोड़ने के लिए भी,वह उत्तर प्रदेश के खतौली में शिव मंदिर स्थापना दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे ,उन्होंने कहा की “मंदिरों में क्या नहीं होता था उस समय, अध्यात्म तो होता ही था, उपासना भी होती थी, जिससे लोगों का जीवन सुचिता में बने और धीरे-धीरे वो सत्य की ओर बढ़े.
उस समय मंदिरों में तरह-तरह का रोज़गार भी मिलता था,मंदिरों में स्कूल चलते थे,मंदिर सारे समाज जीवन का श्रद्धा का केंद्र थे, इसलिए तो विदेशी आक्रमक हो गए केवल लूट-खसोट को छोड़कर ,जब हमको गुलाम करना चाहा तो मंदिरों का विध्वंस किया”