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इस समय सावन का माह चल रहा है। जोकि 11 अगस्त तक रहेगा। इसमें भगवान शंकर की पूजा के साथ-साथ दान और पेड़-पौधे लगाने का बड़ा महत्व है। शिव पुराण में कहा गया है कि सावन माह में दान करने से सुख, वैभव और पुण्य मिलता है। तो आइए जानेंगे सावन माह में पूजा के साथ किन चीजों का महत्व बताया गया है।
श्रावण माह में हर दिन दीपदान करने का बहुत महत्व है। दीप यानि ज्ञान प्रकाश। प्रकाश फैलाने की प्रेरणा दीप पूजन में है। इसका मतलब हमें विद्या-दान के क्षेत्र में भी संकल्पित होकर उतरना चाहिए, ताकि शिव भगवान की कृपा मिले।
सावन में बिल्वपत्र, शमीपत्र, शिवलिंगी, अशोक, मदार और आंवले का पौधारोपण करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। अनार, पीपल, बरगद, नीम और तुलसी लगाने से पितर प्रसन्न होते हैं। पौधारोपण के साथ इन पेड़-पौधों का दान करने से उतना पुण्य मिलता है।
धर्म ग्रंथों अनुसार सावन माह में किसी भी चीज का दान करने से कई गुना पुण्य फल मिलता है। इस महीने में रूद्राक्ष, दूध, चांदी के नाग, फलों का रस और आंवला दान करने से जाने-अनजाने में किए पाप खत्म हो जाते हैं। साथ ही इस महीने में पौधारोपण करने से पितृ देवता प्रसन्न होते हैं। जिस इंसान को दान करने में आनंद मिलता है, उसे ईश्वर की कृपा मिलती है क्योंकि देना इंसान को श्रेष्ठ और सत्कर्मी बनाता है।
सावन माह में शिवजी का अभिषेक, शिवपुराण कथा पढ़ने-सुनने और मंत्र जाप के अलावा दान का बहुत महत्व है। सावन माह में चांदी के सिक्के दान देने या चांदी से बने नाग-नागिन की मूर्तियां शिवलिंग पर चढ़ाने से मिलने वाला पुण्य कभी खत्म नहीं होता है। इससे ऐश्वर्य बढ़ता है। शिवालयों में वैदिक ब्राह्मण को रुद्राक्ष माला का दान करने से सुख बढ़ता है।
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