जो लोग एम्स से पना इलाज कराना चाहते हैं ये खबर उनके काम की है, नवंबर से एम्स मेंं आने वाले मरीजों का ट्रीटमेंट स्लॉट के आधार पर किया जाएगा, इसमें जिन मरीजों का नंबर नहीं आएगा, उन्हें वेटिंग एरिया में इंतजार करना पड़ेगा और ऐसे सभी मरीजों को टोकन दे दिया जाएगा। इंतजार करने वाले मरीजों में गर्भवती, दिव्यांग, बुजुर्ग और जरूरतमंदों को प्राथमिकता प्रदान की जाएगी।
एम्स के निदेशक डॉ एम श्रीनिवास की मानें तो ओपीडी में भीड़ को नियंत्रित करने और इलाज की व्यवस्था को अधिक बेहतर करने के उद्देश्य से ये फैसला लिया जा रहा है। जिसके अनुसार राजकुमारी अमृत कौर ओपीडी और सर्जिकल ब्लॉक की ओपीडी में स्लॉट के अनुसार ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट दिया जाएगा। अप्वाइंटमेंट पर्ची पर मौजूद समय के मुताबिक ही मरीज ओपीडी में दिखा पाएंगे, इसके अलावा बिना ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट ओपीडी में इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों को भी स्लॉट प्रदान किया जाएग। समय न आने तक ऐसे मरीजों को वेटिंग एरिया में इंतजार करना होगा। वेटिंग एरिया में मरीजों के लिए कई प्रकार की सुविधाओं का प्रबंध किया गया है। इसके अलावा मरीजों को यहां अपने नंबर की जानकारी भी समय समय पर नियुक्त कराई जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एम्स में इलाज के लिए ऑनलाइन अपॉइंटमेंट देने का काम आज शुरू हो रहा है वहीं, एक नवंबर से स्लॉट के अनुसार मिले अप्वाइंटमेंट पर ओपीडी में मरीजों के इलाज की सुविधा शुरू हो जाएगी, एम्स की ओपीडी में रजिस्ट्रेशन के लिए सुबह से ही लाइन लग जाती है, जिसे कम करने के लिए ये फैसला लिया गया है।
एम्स में इलाज करवाने वाले मरीजों को अब 300 रुपये तक का कैसा भी शुल्क नहीं देना होगा, वहीं पर्ची बनाने के लिए लिया जाने वाला 10 रुपये का शुल्क भी खत्म कर दिया गया है। जिसके बाद अब एम्स में आने वाले हजारों मरीजों को फायदा मिलेगा और 300 रुपये तक की सभी जांचें भी फ्री में होंगी।
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