इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, jhulan goswami last international match): भारतीय महिला टीम की तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी 24 सितंबर को लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी अतंरराष्ट्रीय मुकाबला खेलने उतरेंगी। झूलन ने अपने संन्यास की घोषणा इंग्लैंड श्रृंखला के पहले ही कर दी थी.
भारतीय महिला टीम इस वक्त इंग्लैंड के दौरे पर है। इस दौरे पर टीम को 3 टी20 और 3 एकदिवसीय मुकाबले खेलने थे। भारतीय टीम पहले ही इस दौरे पर टी20 श्रृंखला 2-1 से हार चुकी है, मगर टीम 3 मुकाबलों की एकदिवसीय श्रृंखला में 2-0 की अजय बढ़त बना चुकी है.
भारतीय टीम शनिवार को लॉर्ड्स में श्रृंखला का तीसरा मुकाबला खेलने उतरेगी। भारतीय टीम की नजर इस मुकाबले को जीत कर अपने सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज झूलन को यादगार विदाई देने पर होगी। भारतीय महिला टीम आखिरी बार 1999 में इंग्लैंड में एकदिवसीय श्रृंखला जीती थी, तब झूलन ने अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण भी नहीं किया था.
झूलन भारतीय महिला टीम की तेज गेंदबाजी आक्रमण की रीढ़ की हड्डी रही है। उन्होंने साल 2002 में इंग्लैंड श्रृंखला से अपने टेस्ट और एकदिवसीय अतंरराष्टीय क्रिकेट करियर की शुरूआत की थी.
उन्होंने अपने करियर में भारत के लिए 12 टेस्ट, 203 एकदिवसीय और 68 टी20 अतंरराष्टीय मुकाबले खेले हैं। उन्होंने 12 टेस्ट में 44 विकेट लिये हैं। टेस्ट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 25 रन पर 5 विकेट रहा है। झूलन ने 203 एकदिवसीय मुकाबलों में 3.37 की इकोनोमी के साथ 253 विकेट लिए हैं.
एकदिवसीय मुकाबलों में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 31 रन पर 6 विकेट रहा है। झूलन महिला एकदिवसीय अतंरराष्टीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी है। झूलन ने 68 टी20 मुकाबलों में 56 विकेट लिए हैं। झूलन के नाम अतंरराष्टीय टेस्ट क्रिकेट में 2 और एकदिवसीय में 1 अर्धशतक भी है.
झूलन ने अपना आखिरी टेस्ट साल 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय उनका आखिरी अतंरराष्टीय मुकाबला होगा। झूलन को 2007 में आईसीसी महिला क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवार्ड भी मिला है। साल 2010 में उन्हें अर्जुना अवार्ड से सम्मानित किया गया है। झूलन को साल 2012 में पद्म श्री अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है.