इंडिया न्यूज, पटना।
CM instructed to redress the cause : जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार लोगों की फरियाद सुन रहे हैं। इस दौरान एक फरियादी की शिकायत सुनकर सीएम हैरान रह गए। उन्होंने मुख्य सचिव को बुलाकर शीघ्र कारण निवारण का निर्देश दिया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कार्यक्रम में ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, कृषि, सहकारिता, पशु एवं मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, उद्योग, गन्ना उद्योग, नगर विकास एवं आवास, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, परिवहन, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, योजना एवं विकास, पर्यटन, भवन निर्माण, सूचना एवं जनसंपर्क, वाणिज्यकर एवं सामान्य प्रशासन विभागों से जुड़े मामले की शिकायतें सीएम सुन रहे हैं।
कार्यक्रम में किसी ने रास्ता की समस्या तो किसी ने जमीन पर बिना अनुमति के सड़क निर्माण की शिकायत की। सात निश्चय योजनाओं से जुड़ी शिकायतें सुन सीएम कई बार हैरान हुए।
एक फरियादी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उसे नहीं दिया जा रहा है। उसकी जगह किसी अन्य को इस राशि को आवंटित कर दिया गया। लोक शिकायत निवारण कोषांग में इसकी शिकायत की तो फैसला उसके पक्ष में आया लेकिन अधिकारी उसकी नहीं सुन रहे है। कहा जा रहा है कि राशि दूसरे को दे दी गई है। उससे वसूली के बाद उसे लाभ मिलेगा।
इतना सुनने के बाद सीएम के चेहरे पर नाराजगी उभर आई। उन्होंने मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को बुलवाया और कहा कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई कीजिए। वसूली करिए या जो करिए लेकिन इसमें इस युवक का क्या दोष। इसे लाभ दीजिए। ऐसे नहीं चलेगा।
एक फरियादी ने कहा कि सर, आप जब से आए हैं विकास तो हो रहा है। लेकिन नल-जल योजना फेल है। आपका यह जो योजना है उसकी परिभाषा है कि नल है लेकिन जल नहीं। यह केवल दिखावा बनकर रह गया है। सीएम ने उसे अधिकारी के पास भेज दिया।
किशनगंज के युवक ने कहा कि हमारी पंचायत में सिर्फ जल मीनार लगा दिया गया लेकिन आज तक किसी के घर में पानी नहीं पहुंचा। सीएम यह सुनकर हैरान हो गए। कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है। तब उसने कहा कि आपके यहां शिकायत के बाद तीन दिन पहले उसके यहां पानी आया है। इस पर सीएम ने तुरंत अधिकारी को फोन लगाया और जल्द ही इस दिशा में कार्रवाई करने को कहा है।